हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम साहिल है और में आपके लिए फिर से एक नई स्टोरी लेकर आया हूँ। दोस्तों मेरे फ्रेंड ने मेरी गांड मारी और मेरी गांड की सील तोड़ी। अब मुझे उससे चुदवाने में बहुत मज़ा आता है और अब मेरा जब भी मन होता है तो में उसे बुला लेता हूँ और उसका जब भी मेरी गांड मारने का मन होता है तो वो मुझे बोलता है कि गांड मारनी है चल आ जा और में भी मज़ा लेने के लिए चला जाता हूँ। उसका लंड 7 इंच लंबा और 4 इंच मोटा है और उसका लंड मेरी गांड में जाते ही ज़िंदगी का मज़ा देता है और वो हर पोज़िशन में मुझे चोदता है, कभी कुत्तिया बनाकर तो कभी मेरी टाँगे उठाकर।
अब उसके पास टाईम कम होता है, लेकिन मुझे उसके लंड की आदत सी हो गई है। उसका लंड बहुत ही मस्त और मोटा लंड है। मैंने एक दो बार उसका लंड चूसा भी है। अब बहुत दिनों से मेरी गांड में खुजली हो रही थी तो मैंने उससे कहा कि मुझे गांड मरवानी है तू आजा, लेकिन उसने कहा कि यार अभी टाईम नहीं मिल पा रहा है। फिर मैंने कहा कि यार कोशिश कर मेरी गांड में बहुत खुजली हो रही है कुछ तो कर। फिर उसने कहा कि अगर तू किसी और से गांड मरवा सकता है तो बोल, में इंतजाम कर देता हूँ। फिर मैंने उससे मना कर दिया और उससे कहा कि मुझे तेरा लंड बहुत पसंद है और तेरा लंड बहुत मस्त है और मुझे तेरे पर भरोसा है यार। फिर उसने कहा कि रुक जा में तेरे पास रविवार को आता हूँ। फिर तेरी गांड भी मारूँगा और तुझे सारी बात समझा दूँगा, अब में खुश हो गया था।
फिर शनिवार रात को उसका फोन आया और में उसके घर चला गया। अब रूम में जाते ही में जल्दी से नंगा हो गया और उसकी पेंट खोलकर उसका लंड बाहर निकाला और चूसने लगा। अब 2 मिनट में उसका लंड खड़ा हो गया था। फिर में जल्दी से नीचे झुक गया और उसे मेरी गांड मारने के लिए कहने लगा। फिर उसने मेरी गांड सहलाई और एक ज़ोर का झटका मारा और अपना 7 इंच लंबा लंड मेरी गांड में पूरा घुसा दिया और ज़ोर-ज़ोर से झटके मारने लगा। अब में भी अपनी कमर हिलाने लगा था और चुदाई का मज़ा लेने लगा था। फिर कुछ देर के बाद उसने मुझे पोज़िशन चेंज करने को कहा तो में बेड पर चढ़कर कुत्तिया बनकर झुक गया। अब वो भी बेड पर चढ़कर मेरी गांड में अपना लंड डालकर मुझे जोर-जोर के झटके मारने लगा था।
फिर कुछ देर तक ऐसे ही झटके मारने के बाद वो मुझे सीधा करके मेरी टांगे अपने कंधे पर रखकर मुझे ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा था। अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, अब में भी अपनी कमर उछालने लगा था। फिर कुछ तक देर ऐसे ही चोदने के बाद उसने मुझसे कहा कि उल्टा घूम जा, तो में जल्दी से उल्टा होकर लेट गया। फिर वो मेरे ऊपर चढ़ गया और मेरी गांड में अपना लंड घुसाकर बुरी तरह चोदने लगा। अब वो लगातार मुझे आधे घंटे तक झटके मारता रहा और उसके बाद मेरी गांड में ही झड़ गया और मेरे ऊपर ही लेट गया। फिर कुछ देर तक हम ऐसे ही पड़े रहे। फिर उसके बाद उसने अपना लंड बाहर निकाला और मेरे साथ ही लेट गया। फिर उसने कहा कि मेरा एक दोस्त है, तू उससे गांड मरवा ले, वो बहुत अच्छा लड़का है और जैसे तू मुझ पर विश्वास करता है उस पर भी कर सकता है। फिर मैंने कहा कि यार तेरे साथ बात अलग है, में तेरे घर जाकर या तू मेरे घर आकर मेरी गांड मार सकता है, लेकिन में उसे नहीं बुला सकता। फिर उसने कहा कि तू उसके घर जाकर मरवा लेना, में उससे बात कर लूँगा।
फिर में तैयार हो गया और फिर उसने उससे मेरी बात करवाई, वो काफ़ी स्मार्ट लड़का है और तगड़ा भी है। फिर मैंने उससे पूछा कि तो फिर कब का प्रोग्राम है? तो उसने कहा कि जब तुम बोलो, में तो तैयार हूँ। फिर उसने कहा कि चल फिर मेरे घर, लेकिन में मन में यही सोच रहा था कि मेरे दोस्त का लंड 7 इंच लंबा और 4 इंच मोटा है तो इसका कितना होगा? अगर छोटा होगा तो क्या मज़ा आएगा? फिर हम उसके घर पहुँच गये और सीधा उसके रूम में चले गये। फिर उसने कुण्डी लगा दी। फिर उसके बाद उसने मुझे पकड़ा और मुझे सहलाने लगा। अब वो मेरे कपड़े उतारने लगा था, अब मुझे अजीब सा महसूस हो रहा था, क्योंकि मैंने सिर्फ़ अपने दोस्त से ही गांड मरवाई थी और कभी किसी से नहीं मरवाई थी, लेकिन फिर मैंने सोचा कि गांड में लंड जाना चाहिए चाहे जिसकी मर्ज़ी हो, लेकिन लड़का ट्रस्टी होना चाहिए। फिर उसने मुझे पूरा नंगा कर दिया और मेरी गांड सहलाने लगा। अब इतने में मेरी नज़र उसकी पेंट में खड़े उसके लंड पर गई, जो कि काफ़ी बड़ा लग रहा था और बहुत ज्यादा मोटा भी था। दोस्तों ये कहानी आप चोदन डॉट कॉम पर पड़ रहे है।
अब मुझे देखकर ही कुछ होने लगा था, अब मुझसे भी रहा नहीं गया तो मेरा हाथ अपने आप उसके लंड पर चला गया, जो कि अभी भी उसकी पेंट में था, उसका लंड काफ़ी बड़ा और मोटा था। फिर देर ना करते हुए में उसकी पेंट खोलने लगा। फिर जैसे ही मैंने उसकी पेंट खोली तो में उसका लंड देखकर हैरान रह गया, उसका लंड 9 इंच लंबा और 5 इंच मोटा था। अब मेरे लिए इतना मोटा और लंबा लंड किसी सर्प्राइज़ से कम नहीं था। फिर मैंने उससे कहा कि यार तेरा लंड तो बहुत बड़ा है और मेरे लिए बहुत बड़ा सर्प्राइज़ भी है, क्या में इसे अच्छे से देख सकता हूँ? तो उसने कहा कि अब ये तुम्हारा है साहिल, जो चाहे करो। फिर में नीचे बैठ गया और उसे आगे पीछे करके देखने लगा, अब मेरा मन उसे अपने मुँह में लेने को करने लगा था।
फिर मैंने अपनी जीभ बाहर निकाली और उसे चाटने लगा और फिर अपने मुँह में डाल लिया और उसे चूसने लगा। उसका लंड सच में बहुत लंबा और मोटा था। अब उसका लंड मेरे गले तक जा रहा था। फिर कुछ देर तक चूसने के बाद मैंने उससे कहा कि अब तुम अपने मोटे तगड़े लंड को मेरी गांड में डालो। फिर उसने कहा कि ठीक है तुम बेड पर जाकर झुक जाओ, तो मैंने वैसे ही किया और उसे चोदने के लिए बुलाने लगा। अब उसका लंड बहुत टाईट हो चुका था और वो मेरी गांड में जाने के लिए पूरी तरह से तैयार था। मुझे पता था उसका मोटा लंड मेरी गांड फाड़ने वाला है, इसलिए में पहले से ही तैयार हो गया और अपनी गांड पर थूक लगा लिया और में अपने घर से भी अपनी गांड की तेल के साथ मालिश करके आया था, क्योंकि मुझे अपनी गांड की मालिश बहुत पसंद है। फिर उसने अपना लंड मेरी गांड पर टिकाया और धीरे-धीरे दबाने लगा।
अब मेरी गांड पर तेल लगा होने के कारण उसका लंड मेरी गांड में घुसने लगा था, लेकिन साथ ही मुझे तेज दर्द भी होने लगा था, लेकिन मुझे हर हाल में उसका लंड अपनी गांड में चाहिए था। मेरे दोस्त ने मेरी गांड की सील तोड़ी तो थी, लेकिन उसके लंड से ये लंड काफ़ी बड़ा और मोटा था, जो कि अब मेरी गांड को पूरा फाड़ देगा। अब मुझे दर्द होने लगा था और मैंने उसे रुकने को कहा। फिर मैंने उससे कहा कि मुझे ऐसे दर्द हो रहा है, तो मैंने कहा कि तुम एक काम करो एक ही झटके में अपना लंड मेरी गांड में घुसा दो। फिर उसने कहा कि ठीक है। फिर मैंने थोड़ा सा थूक निकालकर अपनी गांड में लगा दिया। फिर उसने अपना लंड मेरी गांड पर रखा, जो तेल और थूक लगा होने के कारण काफ़ी चिकनी हो चुकी थी। फिर उसने अपनी पूरी ताक़त लगाकर एक ज़ोर का झटका मारा और अपना लंड मेरी गांड में पूरा डाल दिया। अब उसका लंड मेरी गांड को चीरता हुआ जड़ तक समा गया था। अब मेरी चीख निकल गई और में बेड पर ही गिर पड़ा और वो भी मेरे ऊपर ही लेट गया। फिर उसने अपना लंड बाहर नहीं निकाला और मेरे मुँह पर अपना हाथ रखकर मेरी आवाज़ को बंद करने लगा। अब में दर्द को बर्दाश्त करने लगा था। फिर वो कुछ देर तक ऐसे ही मेरे ऊपर लेटा रहा। अब मुझे बहुत तेज दर्द हो रहा था। फिर कुछ देर के बाद मेरा दर्द कम हुआ तो फिर उसने धीरे-धीरे धक्के मारने शुरू किए। अब मुझे फिर से दर्द होने लगा था, लेकिन में बर्दाश्त करने लगा था। अब मुझे धीरे-धीरे मज़ा आने लगा था, अब में लेटे-लेटे अपनी गांड को ऊपर की और करने लगा था। फिर वो वापस से मुझे कुतिया की पोज़िशन में ले आया और ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगा। अब मुझे बहुत मज़ा आने लगा था, उसका लंड बहुत मोटा था और लंबा भी था। अब उसका लंड मेरी गांड की जड़ तक जा रहा था। अब उसके धक्को की स्पीड बहुत तेज थी और वो काफ़ी ज़ोरदार धक्के थे। अब में भी अपनी कमर आगे पीछे करने लगा था। फिर में अपना हाथ अपनी गांड पर लेकर गया तो अब मुझे कुछ गीला गीला सा लग रहा था।
फिर मैंने जब वापस से अपना हाथ देखा तो उस पर खून लगा हुआ था। अब मेरी गांड पूरी फट चुकी थी और अब 9 इंच लंबा लंड मेरी गांड को फाड़ चुका था, अब मुझे उसकी चुदाई से बहुत मज़ा आ रहा था। फिर में उससे कहने लगा कि और ज़ोर से चोद। फिर वो और जोश में आकर मुझे और ज़ोर जोर से चोदने लगा। फिर कुछ देर के बाद उसने मुझे सीधा किया और मेरी टाँगे अपने कंधे पर रख ली और अपना लंड घुसाकर पूरी ताक़त के साथ चोदने लगा। उसके धक्के इतनी तेज और दमदार थे कि मुझे दर्द में भी मज़ा आ रहा था। अब लगातार 30 मिनट तक चोदने के बाद उसने कहा कि में झड़ने वाला हूँ। फिर मैंने कहा कि अपने लंड का गर्म लावा मेरी गांड में ही डाल दे। अब उसके धक्को की स्पीड काफ़ी बढ़ गई थी और फिर वो अपने लंड को मेरी गांड की जड़ तक ले गया और अपना सारा माल मेरी गांड में ही छोड़ दिया। इस तरह उसने मुझे उस रात 4 बार चोदा। फिर हम थककर सो गये। अब सुबह तक मेरी गांड सूज गई थी, लेकिन मुझे मज़ा बहुत आया था। फिर मैंने उससे कहा कि मुझे तुम्हारा लंड बहुत पसंद आया, क्या मुझे तुम्हारा लंड दुबारा मिल सकता है? तो उसने कहा कि क्यों नहीं? जब तुम चाहो। अब में बहुत खुश हो गया और उसे थैंक्स बोला और वापस अपने घर आ गया। अब मेरा जब भी मन होता है तो में उससे चुदवाने के लिए पहुँच जाता हूँ ।।